April 20, 2024

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गर्मियों में ज्यादा तरबूज खाने से आपकी सेहत पर कैसे पड़ सकता है बुरा असर?

गर्मी के मौसम में आम और तरबूज ऐसे दो फल हैं, जो ज्यादातर लोगों को पसंद होते हैं. जो लोग फल खाना पसंद नहीं भी करते, उन्हें भी ये दोनों फल पसंद होते हैं। ऐसे में कई बार लोग खाने की जगह बॉडी को हाइड्रेट रखने के लिए तरबूज को ज्यादा खाते हैं। तरबूज के पोषक तत्वों की बात करें, तो तरबूज Cucurbitaceae फैमिली से संबंधित है, इसमें खीरे का नाम भी आता है। Cucurbitaceae पौधों की ऐसी प्रजाति है, जिनमें उगने वाले फलों को वेट लॉस के लिए फायदेमंद माना जाता है।

तरबूज खाने से होता है वेट लॉस
तरबूज में 91% पानी की मात्रा होती है, इसलिए तरबूज उन लोगों के लिए बहुत फायदेमंद है जिनके शरीर में पानी की कमी होती है। कम पानी पीने वाले लोग भी हाइड्रेशन बनाए रखने के लिए दिन में एक बार तो तरबूज खा ही सकते हैं। पानी की मात्रा ज्यादा होने के बाद भी कई लोग तरबूज रोजाना खाने से डरते हैं क्योंकि तरबूज का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 72 होता है, जिसे बहुत ज्यादा माना जाता है इसलिए डायबिटीज के मरीजों को तरबूज ज्यादा नहीं खाना चाहिए। वहीं, हेल्थ रिपोर्ट्स के अनुसार इसमें कार्ब्स की मात्रा बहुत कम होती है इसलिए जो लोग डाइटिंग करते हैं, वे इसे खा सकते हैं। इसके अलावा इसमें विटामिन सी, पोटैशियम, कॉपर, विटामिन बी5 और विटामिन ए के साथ-साथ प्लांट कंपाउंड साइट्रलाइन और लाइकोपीन होता है। तरबूज के लाल रसीले गूदे को ढकने वाला सफेद भाग साइट्रलाइन होता है, जो आवश्यक अमीनो एसिड आर्जिनिन में बदल जाता है। आर्गिनिन फेफड़े, किडनी, लीवर और इनफर्टिलिटी के लिए बहुत फायदेमंद है।

वेट लॉस के लिए इन बातों को समझें
वजन घटाने के लिए किसी भी फल या सब्जी में दो चीजें देखी जानी चाहिए. एक कैलोरी और दूसरी फाइबर।
100 ग्राम तरबूज में केवल 30 कैलोरी होती है। इसके अलावा इसमें 90% से ज्यादा पानी होता है, लेकिन, इसमें फाइबर की मात्रा कम होती है। 100 ग्राम तरबूज में केवल 0.4 ग्राम फाइबर होता है। इसमें मौजूद साइट्रलाइन एक्सट्रा फैट को बर्न करता है. तरबूज में मौजूद लाइकोपीन एक एंटीऑक्सिडेंट है, जो कोलेस्ट्रॉल लेवल और ब्लडप्रेशर को कंट्रोल में रखता है।बहुत अधिक तरबूज खाने से आपके शरीर में फैट जलने की जगह बढ़ भी सकता है क्योंकि इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स 72 होता है. ग्लाइसेमिक इंडेक्स में आपके शरीर में कितना ग्लूकोज गया है, इसका पता चलता है। अगर आपको 30 ग्राम ग्लूकोज दिया जाए और कुछ समय बाद आपके ब्लड में ग्लूकोज के लेवल की जांच की जाए, तो आपने जो खाया है और रक्‍त में मौजूद ग्‍लूकोज की मात्रा के भागफल को 100 से गुणा (मल्‍टीप्‍लाई) करने पर खाए हुए पदार्थ का ग्लाइसेमिक इंडेक्स आ जाएगा। ऐसे में आप समझ सकते हैं कि तरबूज में मौजूद 72 ग्लाइसेमिक इंडेक्स आपकी हेल्थ पर बुरा असर भी डाल सकता है। वहीं, किसी भी चीज के ज्यादा खाने से आपको कई हेल्थ प्रॉब्लम्स तो होती ही हैं. ऐसे में तरबूज बहुत ज्यादा न खाएं। तरबूज में 91% पानी होता है। इससे लीवर में सूजन, ग्लूकोज लेवल के बढ़ने, डाइजेशन प्रॉब्लम और दिल से जुड़ी बीमारियां होने का खतरा हो सकता है।