September 30, 2024

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पहली बार बेच रहे हैं घर तो मकान मालिकों को ध्यान रखनी चाहिए ये आठ जरूरी बातें

अपना घर बेचना एक मुश्किल और चुनौतीपूर्ण अनुभव हो सकता है. आर्थिक के साथ यह भावनात्मक रूप से काफी कठिन और जटिल काम है. इसके लिए काफी योजना बनाने की जरूरत पड़ती है. पहली बार अपना घर बेचने वालों के लिए यह अनुभव डराने वाला हो सकता है, लेकिन अगर इसकी अच्छी तरह तैयारी की जाती है तो इसे बेहतर ढंग से मैनेज किया जा सकता है. घर को पहली बार बेचते समय इन जरूरी बातों को ध्यान में रखना काफी मददगार होता है. इससे वह इस प्रक्रिया से गुजरते हुए इसके नुकसान से खुद को सुरक्षित रख सकते हैं. मकान या घर बेचने के संबंध में ऑनलाइन उपलब्ध सारी विस्तृत जानकारी टुकड़ों में बिखरी मिलती है. वहां कई अलग-अलग स्त्रोतों से इसके बारे में लोगों से आने वाली राय भी काफी अलग-अलग होती है, जो लोगों को भ्रम में डाल देती है.
कीमत
अपने घर की सही कीमत का फैसला करने के लिए घर बेचने की इच्छा रखने वाले मकान मालिकों को पड़ोस में बेची गई संपत्तियों के साथ उन संपत्तियों पर भी गहन शोध करना चाहिए, जो इस समय बाजार में बिकने के लिए मौजूद हैं. इस बात को ध्यान में रखना चाहिए कि मकान को बेचने की कीमत में बिचौलिये का कमीशन भी जोड़ा गया हो सकता है. इसलिए जो लोग मकान को बेचने के लिए रियल एस्टेट एजेंट की सेवाएं लेने का विकल्प नहीं अपनाते, उन्हें उसमें से एजेंट के कमीशन को घटाने की जरूरत होती है.

संभावित खरीदार कौन है?
कोई व्यक्ति, जो पूरी तरह घर बेचने की कवायद में जुटा है, उसे यह जानना चाहिए कि उन्हें अपने घर को बेचने के लिए किस तरह के संभावित खरीदारों की तलाश है. एक बार यह फैसला होने के बाद मकान मालिकों को अपनी प्रॉपर्टी को इस हालत में रखना चाहिए कि उससे घर की सभी खूबियों को बेहतर ढंग से उभारा जा सके और जिससे खरीदारों को इस बारे में सोच-समझ कर कोई भी फैसला लेने में मदद मिल सके. आपको इस बारे में बिल्कुल स्पष्ट रहना चाहिए कि आपको अपनी प्रॉपर्टी में किस चीज की बिक्री करनी है और किस चीज की नहीं. इससे मकान मालिक के साथ खरीदार के समय की भी बचत होगी.

खरीदार का वैरिफिकेशन (सत्‍यापन) करना
अपना घर बेचते समय घर खरीदने वाले संभावित खरीदार का सत्यापन करना एक विश्वसनीय संभावना के रूप में बेहद जरूरी है. आमतौर पर उनकी पहचान का सत्यापन करने के लिए सामान्य जांच तो करनी ही चाहिए. किसी मकान को खरीदने के बारे में खरीदार की वास्तविक मंशा को जानने के लिए सबसे प्रभावी तरीका यह है कि क्या खरीदारों ने घर खरीदने के लिए ऋणदाता से होम लोन पहले से मंजूर कराया है या नहीं.

पेपर वर्क और औपचारिकताएं
घर को बेचने, खरीदने या लेन देन की पूरी प्रक्रिया में सबसे महत्वपूर्ण पहलुओं में से एक यह है कि इस प्रक्रिया में शामिल सभी तरह की कानूनी जरूरतों और पेपर वर्क को पूरा रखा जाए. बहुत से मामलों में आमतौर पर खरीदार ही अपनी ओर से इन सारी जरूरतों को पूरा करते हैं, लेकिन घर खरीदने के लिए होने वाली बातचीत में खरीदार और विक्रेता दोनों को जिम्मेदारियों को परिभाषित करने की हमेशा सलाह दी जाती है.

पूंजीगत लाभ और टैक्स नियोजन
इतने बड़े पैमाने पर होने वाले लेन-देन के लिए मकान की बिक्री करने वाले लोगों को बहुत से टैक्स देने पड़ते हैं. इसलिए यह परिभाषित करना बहुत जरूरी हो जाता है कि मकान की बिक्री करने के बाद उनकी जिम्मेदारियां क्या होंगी. अगर किसी आवासीय संपत्ति की खरीद के पांच साल के भीतर मकान की बिक्री की जाती है तो उस पर टैक्स की छूट संबंधी पहले लिए गए लाभ नहीं मिलते. मूल राशि के फिर से भुगतान, स्टांप ड्यूटी और 80 सी के तहत कराए गए मकान का रजिस्ट्रेशन का लाभ भी नहीं मिलता और बिक्री के साल के साल भर के भीतर उस राशि पर टैक्स देना पड़ता है. इसके अलावा अगर मालिक दूसरा घर खरीदने की योजना बना रहा है तो इसे पूंजीगत लाभ से बने टैक्स का भुगतान करने से बचने के लिए 2 साल में अपना घर खरीद लेना चाहिए.

घर को तैयार करें
घर बेचने वाले मकान मालिक को एक बार घर का संभावित खरीदार होने के नाते यह अच्छी तरह जानना होगा कि इसका महत्वपूर्ण और अंतिम अनुभव क्या होगा. अगर कोई बिना फर्निशिंग के अपना मकान बेच रहा है तो संभावित खरीदार अक्सर इस बात पर ध्यान नहीं देते कि उसमें अभी कितने लोग रह रहे हैं. उसमें कितनी जगह है और उस जगह का किस तरह से उपयोग किया जा सकता है. घर को पेंट करना, उसे साफ करना और उसके रखरखाव का प्रबंध करना, जैसे घर में बिजली की व्यवस्था कराना, प्लंबिंग से जुड़े काम करना किसी घर में सुधार करने के प्रभावी तरीके हैं, जिससे मकान मालिक अपने घर को संभावित खरीदारों के लिए आकर्षक बना सकें और उन्हें इसके लिए बेहतर दाम मिल सकें.

ओपन हाउस बनाम व्यक्तिगत प्रदर्शन
अपने घर को बेचने की प्रक्रिया में सबसे महत्वपूर्ण कदम घर को संभावित खरीदारों को दिखाना है. मकान मालिकों को यह फैसला करने की जरूरत होती है कि वह किस तरह संभावित खरीदारों को अपना घर दिखाना चाहेंगे. वह एक ही समय में बहुत सारे संभावित खरीदारों को अपना घर देखने के लिए आमंत्रित करना चाहते हैं या अलग-अलग समय पर अलग-अलग खरीदारों को बुलाना चाहते हैं. घऱ में एक ही समय कई खरीदारों को आमंत्रित करने से घर की बिक्री करने की प्रक्रिया में तुलनात्मक रूप से काफी तेजी आती है. घर को अलग-अलग संभावित खरीदारों को दिखाने से मकानमालिक उनसे ज्यादा बेहतर ढंग से बातचीत कर सकते हैं, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि वह अपना घर उन्ही लोगों को बेच रहे हैं, जिन्हें वह इसे वास्तविक रूप से बेचना चाहते थे.

बिचौलिए (ब्रोकर्स) 2 फीसदी कमिशन लेंगे
मकान की खरीद और बिक्री की सबसे गलत धारणाओं में से एक यह है कि पहली बार अपना घर बेचने जा रहे मकानमालिकों को अपना घर बेचने में मदद के लिए किसी बिचौलिए (ब्रोकर) या रियल एस्टेट एजेंट की जरूरत पड़ती है. लेकिन कई लोग अपना घर खुद ही बेचते हैं और इस लेन देन से संबंधित सभी जरूरी कदमों का पूरी तरह ध्यान रखते हैं. बिचौलिए आम तौर पर घर की बिक्री के लिए 2 फीसदी कमिशन लेते हैं. ऑनलाइन प्रॉपर्टी लिस्टिंग प्लेटफॉर्म से ब्रोकर की सेवाएं लेना सबसे अच्छा विकल्प है क्योंकि इससे मकान-मालिकों को अपने घर की मार्केटिंग उस तरीके से करने की इजाजत मिलती है, जिस तरह से वह करना चाहते हैं. इससे वह उन संभावित खरीदारों या विभिन्न वर्गों के संपर्क में रहते हैं, जिन्हें वह लक्ष्य करना चाहते हैं.

इसलिए, अपने घर की मार्केटिंग और बिक्री की जिम्मेदारी खुद संभालने से मकानमालिकों की काफी बचत हो सकती है. इसके अलावा इस तरह के मामलों में, जहां मकान मालिक खुद अपने घर को खरीदार को दिखाते हैं और उनसे खुद ही लेन-देन की बात करते हैं, वह बेईमान एजेंटों के ठगे जाने के जोखिम से सुरक्षित रहते हैं.