March 28, 2024

Jagriti TV

न्यूज एवं एंटरटेनमेंट चैनल

BJP Foundation Day: पीएम मोदी के भाषण की बड़ी बातें

आज BJP ने 42 साल का सफर तय कर लिया है. इस मौके पर पार्टी आज यानी बुधवार को अपना 42वां स्थापना दिवस मना रही है. कभी कुछ सीटों में सिमट कर रह जाने वाली भारतीय जनता पार्टी ने आज पूर्ण बहुमत के अपनी सरकार बना ली है और विश्व की सबसे बड़ी पार्टी बन गई है.

इस मौके पर आज पीएम नरेंद्र मोदी ने बीजेपी कार्यकर्ताओं, मंत्रियों, सांसदों और विधायकों को संबोधित किया है. 42वें स्थापना दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में कहा कि पीएम ने अपने संबोधन की शुरूआत भारत माता को नमन करते हुए कहा कि पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं को स्थापना दिवस की शुभकामनाएं. बीजेपी कश्मीर से कन्याकुमारी तक ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ के मार्ग पर चल रही है.

देश के पास नीति भी और इच्छाशक्ति भी

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज देश के पास नीतियां भी है, इच्छा शक्ति भी है. एक समय था जब लोगों ने मान लिया था सरकार किसी की भी हो लेकिन देश का कुछ नहीं होगा लेकिन बीजेपी ने इस धारणा को बदल दिया है. पीएम ने कहा कि इस बार का स्थापना दिवस 3 और वजहों से महत्वपूर्ण हो गया है.

पहला कारण है कि इस समय हम देश की आजादी के 75 वर्ष का पर्व मना रहे हैं, आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं. ये प्रेरणा का बहुत बड़ा अवसर है. दूसरा कारण है- तेजी से बदलती हुई वैश्विक परिस्थितियां, बदलता हुआ ग्लोबल ऑर्डर. इसमें भारत के लिए लगातार नई संभावनाएं बन रही हैं. तीसरा कारण भी उतना ही अहम है.

चार राज्यों में वापस लौटी हैं डबल इंजन की सरकारें

पीएम ने आगे कहा कि कुछ सप्ताह पहले चार राज्यों में बीजेपी की डबल इंजन की सरकारें वापस लौटी हैं. तीन दशकों के बाद राज्यसभा में किसी पार्टी के सदस्यों की संख्या 100 तक पहुंची है. हमारी सरकार राष्ट्रीयता की बात करती है और आज देश के पास नीति भी है नियत भी है.

देश के पास है निर्णय की शक्ति

देश के पास निर्णय शक्ति भी है. आज हम लक्ष्य तय कर रहे है उनको पूरा भी कर रहे है. भारत के लिए लगातार नई संभावनाएं बन रही है. सरकार देश हित के ध्यान में रख कर फैसला ले रही है. हम देश के विकास के लिए दिन रात काम कर रहे है. देश के लिए खुद को खपा देना है. सबका साथ सबका विकास के साथ हमे सबका विश्वास मिल रहा है. कोरोना काल में देश ने बड़ा लक्ष्य हासिल किया. दशकों तक हमारे देश में कुछ पार्टियों ने वोट बैक की राजनीति की.