डायबिटीज और मोटापा की तरह कोलेस्ट्रॉल भी आजकल सबसे बड़ी स्वास्थ्य बन चुका है। वैसे तो कोलेस्ट्रॉल शरीर के बेहतर कामकाज के लिए जरूरी है लेकिन वो अच्छा कोलेस्ट्रॉल होता है। एक होता है बुरा कोलेस्ट्रॉल, जिसे LDL cholesterol के नाम से जाना जाता है। शरीर में इसकी मात्रा बढ़ने से आपको नसों में ब्लॉकेज, हार्ट अटैक, स्ट्रोक और दिल से जुड़े अन्य रोगों का खतरा हो सकता है।
कोलेस्ट्रॉल खून की नसों में मोम की तरह पदार्थ होता है और इसकी मात्रा बढ़ने से नसों में ब्लॉकेज हो सकती है जिससे ब्लड फ्लो धीमा हो सकता है और आपको दिल से जुड़े रोग या हार्ट अटैक का जोखिम बढ़ सकता है। यही वजह है कि एक्सपर्ट्स कोलेस्ट्रॉल पर कंट्रोल करने की सलाह देते हैं। कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना आपकी जीवनशैली और खाने-पीने की आदतों पर निर्भर है।
दुर्भाग्य यह है कि खून की नसों में कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के कोई लक्षण (Symptoms of Cholesterol) नहीं हैं। इसलिए डॉक्टर समय-समय पर कोलेस्ट्रॉल टेस्ट कराने की सलाह देते हैं। इस टेस्ट को कराने से आपको गंभीर जोखिमों को कम करने में मदद मिल सकती है।
कोलेस्ट्रॉल टेस्ट क्या है (What is a Cholesterol Test)
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कोलेस्ट्रॉल टेस्ट में यह पता लगाया जाता है कि आपकी खून की नसों में कोलेस्ट्रॉल के लेवल कितना है। आपको पता होना चाहिए कि कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ने से कोरोनरी धमनी रोग और अन्य हृदय रोगों का सबसे अधिक जोखिम होता है। इससे आपको दिल का दौरा पड़ने, स्ट्रोक, पेरिफेरल आर्टरी डिजीज का खतरा होता है। कोलेस्ट्रॉल टेस्ट को लिपिड प्रोफाइल, लिपिड पैनल के नाम से भी जाना जाता है।
कोलेस्ट्रॉल टेस्ट क्यों कराते हैं (What is it used for)
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एक्सपर्ट्स मानते हैं कि शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के कोई खास लक्षण नजर नहीं आते हैं। ऐसा माना जाता है कि नसों में कोलेस्ट्रॉल का लेवल जांचने के लिए टेस्ट कराना है एकमात्र सरल उपाय है। जाहिर है इसकी कम मात्रा आपको दिल के रोगों से बचा सकती है। इस टेस्ट को कराने से आपको खून की नसों में एलडीएल यानी खराब कोलेस्ट्रॉल, एचडीएल यानी अच्छा कोलेस्ट्रॉल, कुल कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड का लेवल पता करने में मदद मिल सकती है।
कोलेस्ट्रॉल टेस्ट के फायदे (Benefits of Cholesterol Test)
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मेदांता हॉस्पिटल के डायरेक्टर और फेमस कार्डियोलॉजिस्ट डॉ नरेश त्रेहन ने हाल ही में एक टीवी चैनल को इंटरव्यू में बताया कि अगर आपके पास हृदय रोग का पारिवारिक इतिहास है या आपको हृदय की समस्याओं का जोखिम अधिक है, तो आपको कोलेस्ट्रॉल टेस्ट कराना चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि ऐसी लोगों को 25 साल की उम्र में यह टेस्ट करा लेना चाहिए ताकि हार्ट अटैक जैसी स्थिति से बचा जा सके।
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