सरकार ने 1 जुलाई से देशभर में सिंगल यूज प्लास्टिक (Single Use Plastic) से जुड़े 19 आइटम्स पर बैन लगा दिया है. इनका इस्तेमाल न केवल पर्यावरण (Environment) बल्कि लोगों की सेहत (Health) के लिए भी हानिकारक है. लेकिन इन दिनों प्लास्टिक हमारे जीवन का एक अहम हिस्सा बन चुका है. अगर बैन के बावजूद भी आप प्लास्टिक के डिब्बे या प्लेट्स में खाना खा रहे हैं तो ये आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है.
एक रिसर्च में सामने आया है कि जब हम खाना प्लास्टिक के किसी भी आइटम में रखते हैं तो उसमें से कुछ मात्रा में प्लास्टिक हमारे खाने में मिल जाता है. जिनके सेवन से हमारे शरीर को कई प्रकार की गंभीर बीमारियों का सामना करना पड़ता है. बता दें कि आपके खाने या पानी में जहरीला केमिकल्स का मिलना इस बात पर आधारित होता है कि प्लास्टिक के डिब्बे में जो खाना रखा गया है वो कितना गरम है. जह हम ज्यादा गरम खानना प्लास्टिक के डिब्बे में बंद करके रखते हैं तो हमारे खाने में उतने ही ज्यादा केमिकल्स मिलते हैं, जो हमारी सेहत पर बुरा असर डालते हैं.
प्लास्टिक के बर्तन में खाना खाना क्यों है खतरनाक
आपको बता दें कि प्लास्टिक में केमिकल पहले से मौजूद नहीं होते, बल्कि प्लास्टिक के बने बर्तन में गर्म खाना जाने के बाद इसमें जहरीली केमिकल बनना शुरू होता है. प्लास्टिक की प्लेट या इससे बने किसी भी बर्तन में खाना खाने से ये हमारे भोजन में मिल जाता है. इससे ‘एंडोक्रिन डिस्ट्रक्टिंग’ नाम का ज़हर बनता है. जो हमारे हार्मोंस में असंतुलन पैदा करता है. इसके कारण हमारे हार्मोंस ठीक से काम करना बंद कर देते हैं. वहीं लंबे समय तक प्लास्टिक के बने बर्तनों में खाना खाना से कैंसर जैसी घातक बीमारी भी हो सकती है.
किस प्रकार के प्लास्टिक का करें इस्तेमाल
हम में से अधिकांश लोग खाना रखने और पानी के लिए प्लास्टिक को बोतल और प्लास्टिक के लन्च बॉक्स का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन आप खाने के लिए जिस प्लास्टिक का इस्तेमाल कर रहे हैं वो कितना खतरनाक हो सकता है इसकी जानकारी आपको अवश्य होनी चाहिए. अगर आप पानी और खाने के लिए प्लास्टिक के आइट्मस का इस्तेमाल कर रहे हैं तो इस बात का जरूर ध्यान रखें की वो ISI मार्क होना चाहिए. बता दें कि ये मार्क ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड (BIS) जारी करता है. जो इस बात को सुनिश्तित करता है कि प्लास्टिक अच्छी क्वालिटी का है.
इन बातों को रखें विशेष ध्यान
माइक्रोवेव प्लास्टिक कैंसर पैदा करने वाले केमिकल्स को खाने में मिला देता है. इसलिए माइक्रोवेव में प्लास्टिक में खाना ज्यादा देर तक गरम न करें.
पानी की बोतल को गर्म होने से बचाएं, क्योंकि गर्म होकर इन प्लास्टिक बोतलों से केमिकल निकलकर पानी में घुल जाता है.
छोटे बच्चों को दूध पिलाने के लिए प्लास्टिक बोतल के इस्तेमाल से बचें. बच्चों की बोतल को माइक्रोवेव या गैस पर पानी में भूल से भी ना उबालें.
प्लास्टिक की बोतलों में पानी को जमाने से भी कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का खतरा बढ़ सकता है. वहीं प्लास्टिक की बोतल का बार-बार इस्तेमाल करना भी खतरनाक साबित हो सकता है.
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