November 18, 2024

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I2U2 Summit: पीएम मोदी बोले- वैश्विक अनिश्चिताओं के बीच कॉपरेटिव फ्रेमवर्क सहयोग का एक अच्छा मॉडल है

I2U2 शिखर सम्मेलन में नेताओं के प्रारंभिक भाषण शुरू हो गए हैं. भारत, इज़राइल, संयुक्त अरब अमीरात और अमेरिका ने I2U2 समूह के नेताओं की पहली बैठक को संयुक्त निवेश और जल, ऊर्जा, परिवहन, अंतरिक्ष, स्वास्थ्य और खाद्य सुरक्षा में नई पहल पर विशेष ध्यान देने के लिए बुलाया है. 

इस शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी ने कहा कि आज की इस पहली समिट से ही I2U2 ने एक सकारात्मक एजेंडा स्थापित कर लिया है. हमने कई क्षेत्रों में संयुक्त प्रोजेक्ट की पहचान की है, और उनमें आगे बढ़ने का रोडमैप भी बनाया है. बढ़ती हुई वैश्विक अनिश्चिताओं के बीच हमारा कॉपरेटिव फ्रेमवर्क व्यावहारिक सहयोग का एक अच्छा मॉडल भी है. मुझे पूरा विश्वास है कि I2U2 से हम वैश्विक स्तर पर ऊर्जा सुरक्षा, खाद्य सुरक्षा और इकोनोमिक ग्रोख के लिए महत्वपूर्ण योगदान करेंगे. 

पीएम मोदी ने आगे कहा कि I2U2 के तहत, हम पानी, ऊर्जा, परिवहन, अंतरिक्ष, स्वास्थ्य और खाद्य सुरक्षा के 6 महत्वपूर्ण क्षेत्रों में संयुक्त निवेश बढ़ाने पर सहमत हुए हैं. यह स्पष्ट है कि I2U2 का विजन और एजेंडा प्रगतिशील और व्यावहारिक है. अपनी पारस्परिक शक्ति, पूंजी, विशेषज्ञता और बाजारों को लामबंद करके, हम अपने एजेंडे को गति दे सकते हैं और वैश्विक अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं. बढ़ती वैश्विक अनिश्चितता के बीच हमारा सहकारी ढांचा भी व्यावहारिक सहयोग का एक अच्छा मॉडल है. 

I2U2 समूह की पहली नेताओं की बैठक में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि आज हम जिन चुनौतियों का सामना कर रहे हैं उनमें तेजी से जलवायु संकट या बढ़ती खाद्य असुरक्षा शामिल है. यूक्रेन के खिलाफ रूस के क्रूर और अकारण हमले से अस्थिर ऊर्जा बाजारों को और भी बदतर बना दिया गया है. अभी शुरूआत है, अगले 3 वर्षों में यह समूह (I2U2) नई बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की पहचान करने के लिए काम करने जा रहा है, जिसमें हम निवेश कर सकते हैं और एक साथ विकसित कर सकते हैं. अगर हम एक साथ रहें तो हम बहुत कुछ कर सकते हैं. 

इस बैठक में इज़राइल के प्रधान मंत्री यायर लैपिड ने कहा कि वास्तविक समाधान केवल उन देशों के माध्यम से आएगा जो संसाधनों को एक साथ लाना जानते हैं. हम दुनिया की बेहतरी के लिए इसको बदलना चाहते हैं. हमारा लक्ष्य निजी बाजार को भागीदार बनाना है. 4 अलग-अलग देश होने के बावजूद, यह स्पष्ट है कि हम सभी एक ही चीज चाहते हैं. जिसमें बुनियादी ढांचे का विकास, बच्चों के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, पर्यावरण को होने वाले नुकसान को कम करना शामिल है. 

बता दें कि, भारत, इज़राइल, संयुक्त अरब अमीरात, अमेरिका ने I2U2 समूह के नेताओं की पहली बैठक संयुक्त निवेश और जल, ऊर्जा, परिवहन, अंतरिक्ष, स्वास्थ्य और खाद्य सुरक्षा में नई पहल पर विशेष ध्यान देने के लिए, निजी क्षेत्र में पूंजी जुटाने के लिए बुलाई है. बैठक में चारों देशों के नेताओं ने खाद्य सुरक्षा और टिकाऊ खाद्य प्रणालियों को बढ़ाने के लिए अधिक नवीन, समावेशी और विज्ञान आधारित समाधानों के निर्माण के लिए सुस्थापित बाजारों का लाभ उठाने के लिए अपना दृढ़ संकल्प व्यक्त किया.