November 16, 2024

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जानिए क्या है तेजी से फैल रहे टोमेटो फ्लू के लक्षण और इससे बचने के उपाय

कोरोना के नए वेरिएंट के कहर के बीच केरल में पिछले कुछ दिनों से एक अलग तरह के संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है। अब तक डॉक्टर इस संक्रमण के फैलने का सटीक कारण नहीं पता कर पाए हैं। पांच साल से कम के उम्र के बच्चों को अपने चपेट में लेने वाले इस संक्रमण को ‘टोमेटो फ्लू’ का नाम दिया गया है।

आधिकारिक रिपोर्ट के अनुसार यह संक्रमण फिलहाल केरल के कोल्लम शहर में ही देखने को मिला है। अब तक इसके चपेट में लगभग 80 बच्चे आ चुके हैं। सभी बच्चे पांच साल या इससे कम उम्र के हैं। डॉक्टरों का मानना है कि अगर जल्द ही कुछ एक्शन नहीं लिए गए तो अन्य राज्यों में भी यह संक्रमण तबाही मचा सकता है।
टोमेटो फ्लू, जिसे टोमेटो फीवर के नाम से भी जाना जाता है, इससे संक्रमित बच्चे बिना निदान वाले बुखार का अनुभव करते हैं। इसके संक्रमण से शरीर के कई हिस्सों में छाले पड़ जाते हैं। फफोले का आकार आम तौर पर लाल होता है, इसलिए इसे टोमेटो फ्लू का नाम दिया गया है। डॉक्टरों की माने तो यह कह पाना मुश्किल है कि टोमेटो फ्लू वायरल है या फिर चिकनगुनिया या डेंगू का संक्रमण होने के बाद का परिणाम है।
शरीर पर लाल चकत्ते
त्वचा में जलन व खुजली
डिहाइड्रेशन
थकावट
जोड़ों और शरीर में दर्द
तेज बुखार
हाथ, घुटने और कूल्हे का रंग बिगड़ना
पेट में तीव्र दर्द
उल्टी और दस्त
सर्दी और खांसी
पेरेंट्स ऐसे करें टोमेटो फ्लू से अपने बच्चों का बचाव

यदि आप अपने बच्चे में ऊपर बताए गए लक्षणों में से किसी भी लक्षण को देखते हैं तो सतर्क हो जाइए। और इन लक्षणों को आम समझे बिना व नजरअंदाज किये बिना अपने डॉक्टर से कंसल्ट करें।

बच्‍चे को पिलाएं खूब सारा पानी

सामान्य तौर पर डॉक्टरों ने टोमेटो फ्लू से संक्रमित बच्चों को पर्याप्त मात्रा में साफ पानी पीने की सलाह दी है। डॉक्टरों के मुताबिक शरीर पर आए लाल चकत्ते और छालों के साफ पानी से नियमित सफाई से बेहद राहत मिल सकता है। साथ ही इन्हें नाखूनों से खुरेदने या खुजलाने से सख्त तौर पर मना भी किया गया है।

बता दें कि अभी इस संक्रमण के फैलने के कारणों का पता नहीं लगा है। जिससे इसके प्रभावों के बारे में भी कुछ ज्यादा नहीं कहा जा सकता है। इसलिए डॉक्टरों ने यह सलाह दी है कि टोमेटो फ्लू के मरीजों से पर्याप्त दूरी बनाए रखें।